पी वी सिंधु ने भारत के लिए 2016 रियो ओलिमपिक्स में एक रतन पदक जीता. यह भारत का बॅडमिंटन में पहला ओलिंपिक मेडल रहा और ख़ास बात यह की वह एक औरत ने जीता लाया. सिंधु का जानम 5 जुलाइ 1995 में हुआ और उनके माता पिता दोनो नॅशनल लेवेल के वॉली बॉल प्लेयर्स रहे हैं. सिंधु के कोच पुल्लेला गोपीचंद है जो उनके साथ ओलिमपिक्स विलेज में मौजूद थे जब सिंधु को पदक स्थापित हुआ. सिंधु की बॅडमिंटन में रूचि उपने कोच पुलेल्ला गोपीचंद को देखते हुई. सिंधु बचपन से अन्य स्पोर्ट खेलती थी लेकिन बॅडमिंटन में उन्हे आगे बढ़ने का मौका मिला. सिंधु के कोच गोपीचंद का कहना है की सिंधु कभी भी हार नही मानती और यह उनकी सबसे ख़ास खूबी है.
शी द पीपल के साथ बात चीत में सिंधु रियो के सबसे ख़ास मोमेंट्स की रचना करती है और अन्य स्पोर्ट्स विमन को प्रेरणा और बढ़ावा देते हुए कहती है की जीत और हाट एक सिक्के के पहलू है.